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कुड़वा बन रहा आपराधिक गतिविधियों का केंद्र, घटी हत्या की दूसरी वारदात..
रिपोर्टर। 7 जनवरी
गोंदिया। शहर का कुड़वा क्षेत्र आपराधिक घटनाओं का केंद्र बनता जा रहा है। नवंबर माह में ही आधी रात एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई थी, वही अब 1 माह बाद फिर जघन्य हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है।
सिगरेट पीने कुड़वा स्थित एमआइटी कॉलेज के समीप लकी रेस्टोरेंट गए तीन युवकों में से एक युवक मनीष भालाधरे की रुपयों के पुराने विवाद को लेकर धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई। ये वारदात 6 जनवरी के रात्रि 8 बजे के दौरान घटित हुई।
फिर्यादि प्रवीण उर्फ लक्की राजकुमार मेश्राम की दर्ज शिकायत के आधार पर फिर्यादि खुद एवं उसका मृतक मित्र मनीष भालाधरे और राहुल बरेले ये तीनो सिगरेट पीने एमआइटी कॉलेज कुड़वा स्थित संतोष मानकर के लकी रेस्टोरेंट गए थे। इस दौरान तीनों का मित्र प्रवेश मेश्राम से पुराने उधारी के पैसों को लेकर विवाद हुआ।
आरोपी संतोष मानकर ने शिकायत कर्ता, मृतक मनीष और राहुल बरेले के साथ विवाद कर गालीगलौज की एवं मिर्ची पाउडर मृतक मनीष भालाधरे के आंख में झोंककर आरोपी 1) संतोष रामेश्वर मानकर 2) लकी उर्फ लोकेश संतोष मानकर 3) पवन संतोष मानकर 4) जॉर्डन उर्फ मोहित शेंडे और एक नाबालिग सभी निवासी कुड़वा ने लोहे की रॉड, कुल्हाड़ी, कोयता आदि घातक व धारदार हथियार से हमला कर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
ऐसी शिकायत के आधार पर रामनगर पुलिस ने अपराध क्रमांक -09/2024 कलम 302, 323, 143, 147, 148, 149, 504 भारतीय दंड विधान संहिता के तहत अपराध दर्ज किया और जांच शुरू की।
पुलिस ने कुछ ही घण्टो में जांच और तफ्तीश कर 3 आरोपियों व एक नाबालिग को पकड़ने में सफलता प्राप्त की जबकि एक आरोपी की खोजबीन जारी है।
ये कार्रवाई पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगळे, अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद झा के मार्गदर्शन में एलसीबी पुलिस निरीक्षक दिनेश लबडे के नेतृत्व में दो पुलिस टीम के स.पो.नी. विजय शिंदे, स.फौ. अर्जुन कावळे, राजू मिश्रा, भुवनलाल देशमुख, महेश मेहर, सुजित हलमारे, नेवालाल भेलावे, चित्तरंजन कोडापे, सोमेन्द्र तुरकर, रियाज शेख, विठ्ठलप्रसाद ठाकरे, इंद्रजीत बिसेन, अजय रांहांगडाले, हंसराज भांडारकर, संतोष केदार लक्ष्मण बंजार, घनश्याम कुंभलवार, मुरली पांडे, वही रामनगर थाने के प्रभारी पीआई सचिन म्हेत्रे के मार्गदर्शन में जांच अधिकारी सपोनी राजू बस्तवाडे, पोलीस अमलदार राजू भगत, राजू भुरे, सुनील चव्हाण, अरुण उके, कपिल नागपुरे सायबर सेल के दीक्षित दमाहे, धनंजय शेंडे, संजू मारवाडे, ने अथक प्रयास किया।